Poems

सुप्रभात

उठो लाल अब आँखें खोलो,
पानी लाई हूँ मुँह धोलो,
चिड़िया चाहक उठी पेड़ों पर,
बहने लगी हवा आती सुंदर,
आसमान में छाई लाली,
हवा बही सुख देने वाली,
नन्ही नन्ही किरणें आई,
फूल हँसे कलियाँ मुस्कुरई,
इतना सुंदर समय ना खो,
मेरे प्यारे अब मत सो |

चंदा मामा

चंदा मामा दूर के,
पुए पकाए गुड के,
आप खाए थाली में,
मुन्ने को दे प्याली में,
प्याली गयी टूट,
मुन्ना गया रूठ,
बजा बजा कर तालिया,
मुन्ने को मनाएँगे,
दूध मलाई खाएँगे |